सुहागरात की कहानी | Heart Tuching Suhagrat Story in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए heart tuching suhagrat story in hindi, सुहागरात की कहानी कि एक बेहतरीन कहानी लेकर आये हैं अगर आपको यह कहानी पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों को भी जरुर साझा करें धन्यवाद

Heart Tuching Suhagrat Story in Hindi
Heart Tuching Suhagrat Story in Hindi

सुहागरात की कहानी | Heart Tuching Suhagrat Story in Hindi

suhagrat story in hindi: सुहागरात हम दोनो के लिए खास थी, आज के दिन हम सारी बंदिशे तोड़ना चाहते थे एक दूसरे का आलिंगन करना चाहते थे प्यार करना चाहते थे लेकिन ऐसा हो जरूरी नहीं है

29 साल की उम्र में मेरे घर वाले मेरे लिए रिश्ता ढूंढना शुरू कर दिए थे, पर मै एक मैडम के साथ पहले से ही रिलेशनशिप में था

3 साल तक खूब आनंद लिया हम दोनो ने, हफ्ते में 2 3 बार हमारे बीच अंतरंग बन जाते जिससे मुझे यकीन होता कि ये लड़की भी मुझसे उतना ही प्यार करती है जितना मैं करता हूं

लेकिन एक दिन मैडम का प्रमोशन हो गया और उनकी तख्वाह मुझसे ज्यादा हो गई, धीरे धीरे मेरे अंदर भी उन्हें कमी दिखने लगी
और 3 साल का रिलेशनशिप खत्म हो गया, और उसी के साथ ये भी की अब इससे शादी होगी

मैने कई जगह पे प्रोफाइल बनाई, और अपने लिए मॉर्डन लड़की ढूंढने लगा, क्यों की जिसमें साथ में था वो नए खयालात की लड़की थी

उधर घर वाले भी लड़की देखते, ज्यादातर लड़की गांव की या छोटे शहर की होती, और मैं फोटो देखते ही मना कर देता ये बोल करके कि ये तो में क्लास की नहीं है
मैं बंगलोर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं बड़े बड़े लोगो के साथ उठना बैठना है, मुझे तो एक मॉर्डन लड़की चाहिए

और अपने हिसाब से लड़की ढूंढता लड़की मिलती तो बहुत थी, कई दिन तक बात भी होती, लेकिन अंत में या तो मेरे बिहेवियर पर सवाल उठता, या इसपर की मैं ज्यादा देर रात तक काम करता हूं

या फिर ispe को मै नॉनवेज खाती हूं तुम नहीं खाते तो शादी नहीं हो सकती

मतलब ऐसे रीजन दिए जाते जिसका कोई सर पैर नहीं होता है और लोग छोटी सी चीज भी एडजेस्ट करना नहीं चाहते थे
मैने भी मॉर्डन लड़की मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी

तभी कुछ दिन बात प्रीति के का रिश्ता एक लोगो ने बताया
जब हम लोग देखने गए तो साधारण सी कुर्ती पहने एक 26 साल की लड़की आगयी बिना किसी makeup या फैशन के

मैने नाक मुंह सीकोड लिया, पर बोला कुछ भी नहीं
घर आने पर मैने बोला को जो लड़की जिसे लोग देखने आराहे हैं वो इस समय इतने साधारण ढंग से है उसे क्या हो साहूूर होगा मैं शादी नहीं कर सकता ये बोल कर मैं बाहर चला गया

लेकिन मेरे पापा बोले तुम्हारी उम्र 31 साल हो गई है एक साल बाद तुम्हे ये भी नहीं मिलेगी इस लिए कर लो मेरा तजुर्बा है लड़की अच्छी है परिवार अच्छा है

पापा की बात टाल नहीं सकता था, ऐ मैने बोला ठीक है जैसा आप को सही लगे
अगली सुबह पापा ने प्रीति के घर वालो को फोन किया और बताया कि हमारे तरफ से हां हैं आप आगे की तैयारी शुरू कीजिए

इसी बीच प्रीति के घर वाले शहर आने वाले थे साथ में प्रति भी थी तो प्रति के भाभी ने हमे भी बुलाया कि एक बार और मिल लेते हैं

वहां गया तो भी प्रति बिल्कुल साधारण ढंग से खड़ी थी पर भाभी ने बात आगे बढ़ते हुए बोला कि आप अपना नम्बर दीजिए
मैने नम्बर दे दिया

3 4 दिन बाद प्रीति की भाभी का फोन आता है और वो मुझे प्रीति का नम्बर देती हैं ओ बोलती है जब सही लगे तो फोन कीजियेगा

मैने उसी रात प्रीति से बोल दिया कि देखो मैं एक अच्छी सोसायटी में रहता है, इतने साधारण ढंग से मेरे साथ ज्यादा दिन चल नहीं पाएगा

इतने में प्रति ने बस ये जवाब दिए कि मैं कोशिश करूंगी

धीरे धीरे बात बढ़ने लगी, और हम एक दूसरे की पसंद ना पसंद को जानना शुरू कर दिए, आगे भविष्य में क्या करना है ये सब भी

अब प्रीति मुझे ठीक लगने लगी थी, लेकिन अभी भी मन में एक तीस थी कि वो गांव की है

इस बार फिर मिलने का मन हुआ, प्रीति आई और इस बार वो थोड़ा makeup की थी कपड़े टाइट पहनी थी
मेरे लिए उसका effort साफ दिख रहा था
पहले जहां शहरी लड़किया हर बात अपनी मनवाना चाहती थी पहली बार किसी लड़की ने मेरी बात मान के अपने को बदलने की कोशिश की

उस दिन मुझे प्रीति अच्छी लगने लगी और धीरे धीरे हमारी बात गंदी बात होने लगी, पर वो बार बार शर्मा जाती

जैसे जैसे शादी की डेट नजदीक आराही थी, हम दोनों के अंदर की आग भी बढ़ती जा रही थी

हमारी शादी हुई सब अच्छे से हुआ, और अब बारी थी सुहागरात की

हम दोनो बिस्तर पर बैठते हैं, थोड़ी देर बात होती है
लेटते है, प्रीति मेरा हाथ अपने हाथ से पकड़ती है
और हम दोनो एक दूसरे के चुंबन में खो जाते हैं

बस……

इसके बाद क्या हुआ मुझे कुछ नहीं पता,
मैं सुबह 7 बजे उठता हूं देखता हूं तो मेरे सुहागरात वाले कमरे में पूरा घर बैठा था,
प्रीति का हाथ मेरे सर पर था जो लगातार मेरे सर को सोहलाए जा रहा था

मुझे थोड़ा भी नहीं पता कि क्या हुआ था, जब होश आया तो लोग डॉक्टर के यहां जाने की बात कर रहे थे, गाड़ी बुलाई गए थी

तभी मेरे दोस्त ने बोला कि रात में मुझे अचानक से मिर्गी का दौरा पड़ गया था तुम्हे कुछ याद नहीं

मैने बोला हां मुझे कुछ याद नहीं,
उसने बोला कि प्रति सारी रात तुम्हारे सर को तो कभी पैर को सहलाती रही, तुरन्त तुम्हारी मां को बताया

और जब तक तुम्हे होश नहीं आया तब तक तुम्हारे सिरहाने बैठी रही,

मुझे ये सब सुन के अपने लिए बहुत बुरा लग रहा था, की मुझे कैसे अचानक ये हो गया
लेकिन उससे ज्यादा प्रीति के लिए लग रहा था, की हमारी पहली रात हो ऐसी बीती जिसके लिए हम दोनों ने कितनी तैयारी की थी

फिर डॉक्टर के यहां गया तो पता चला, अधिक स्ट्रेस लेने और खान पान ठीक ना होने की वजह से मेरे दिमाग की एक नस सुख रही है, जिसे दावा देके ठीक किया जा सकता है

घर आके मैने ये बात सबको बताई, पर प्रीति से नजर नहीं मिला पा रहा था, सिर्फ ये सोच के क्या सोचेगी, इसे लगेगा कि हमने कोई बीमारी छिपा के शादी की है

लेकिन प्रीति ने एक भी बार इसका जिक्र नहीं किया,
उलटा जब मेरे पास पास होती तो मजाक करती और माहौल को हलका करने की कोशिश करती

बहुत हिम्मत के बाद मैने बोला कि तुम ऐसा मत सोचना कि मैने कोई बीमारी छिपा के शादी की है

उसने तुरंत मुझे सीने से लगाया और बोला

हायराम कैसी बात कर रहे हैं, इंसान है आप कभी भी बीमार पड़ सकते हैं, और मुझे पता है कि आप को कोई बीमारी नहीं है बस काम ज्यादा प्रेशर है, इसे कम कीजिए क्या करेंगे ज्यादा काम कर के पैसे कमा कर,

उस दिन मुझे ये अनुभव हुआ मै 31 का हूं ये 26 की हैं
पर तजुर्बे और जिंदगी में मुझसे ज्यादा आगे है

और। फिर मैने ये सोचा क्या उस रात मेरी जगह अगर इसके साथ ऐसा हुआ था तो क्या मेरा व्यवहार ऐसा होता
क्या मैं रात भर इसके सर पर हाथ रखता ??
जवाब था नहीं क्यों कि मुझे पहले ही ये था कि ये तो गांव की लड़की है मेरा और इसका स्टैंडर्ड एक नहीं है

फिर मैने सोचा जिन लड़कियों को मैने ऑनलाइन ढूंढा, या जिसके साथ मैने जिंदगी में 3 साल बिताए, क्या वो कभी ऐसे करती,

जवाब था नहीं कभी ना करती

उस दिन मुझे ये लगा कि भगवान आपके लिए सबसे अच्छा लाइफ पार्टनर चुन के भेजता है, और ऐसी स्थति खड़ा करता है कि ना चाहते हुए भी आप को उससे प्यार हो जाए

इसके एक हफ्ते बाद हम हनीमून पर गए और वो सब किया जिसका प्लानिंग शादी से पहले चलती थी, लेकिन इस बार मैने उसे पूरे मन से स्वीकार किया था और उसने भी मुझे पूरे मन से, तो प्रेम करने का आनंद दसगुना था

मेरी कहानी अच्छी लगी हो तो एक लाइक कर के अपना प्यार दिखाइएगा,

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